31. ऐसी सशक्त प्रस्तुति के लिए यह लघुकथा बलराम अग्रवाल को अनन्यता प्रदान करती है। 32. दूसरे माध्यम मुझे वह अनन्यता नहीं देते, जो कई बार मैं चाहता हूं। 33. विश्व का प्रत्येक व्यक्ति अनन्य है और यह अनन्यता ही जानने योग्य होती है. 34. और इन सब विपरीत परिस्थितियों के बीच वह पति-प्रेम की अनन्यता कैसे सँभाले है। 35. और इन सब विपरीत परिस्थितियों के बीच वह पति-प्रेम की अनन्यता कैसे सँभाले है। 36. ऐसी सशक्त प्रस्तुति के लिए यह लघुकथा बलराम अग्रवाल को अनन्यता प्रदान करती है। 37. है, पर पूर्व राग की दशा में प्रेम की अनन्यता और पूण्र्ा एकनिष्ठता नहीं 38. यह अनन्यता का भाव भक्त के हृदय में अटल और अटूट विश्वास पैदा करता है। 39. इस इलाके के लिए यह शाम बेहतरीन और अनन्यता के सबसे निकट हो सकती थी...। 40. इस इलाके के लिए यह शाम बेहतरीन और अनन्यता के सबसे निकट हो सकती थी...