31. लेकिन अर्थ की दृष्टि से भिन्न होते हैं, उन्हें समनामी शब्द (Homonyms) कहा जाता है। 32. अर्थ की दृष्टि से किसी भाषा की शब्दावली दो प्रकार की होती है-सामान्य शब्दावली और पारिभाषिक शब्दावली।33. अर्थ की दृष्टि से हिन्दी में एक ही शब्द के इतने ज्यादा अर्थ हैं कि ताज्जुब होता है।34. अर्थ की दृष्टि से इस शब्द की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है जिसका मूल अर्थ “बसना” होता है।35. शाब्दिक अर्थ की दृष्टि से देखें तो ‘आलिम ' यानी शिक्षक, जानकार । जिसने बुनियादी तालीम ली हो । 36. साइकिल कहाँ से द्विचक्रवाहिनी होगी (हिन्दी में अर्थ की दृष्टि से ) रेलगाड़ी की क्लिष्ट हिन्दी है ‘ 37. अर्थ की दृष्टि से किसी भाषा की शब्दावली दो प्रकार की होती है-सामान्य शब्दावली और पारिभाषिक शब्दावली ।38. अर्थ की दृष्टि से इसमें परमात्मा को प्रथम प्राणधार कहा है, फिर दु: ख विनाशक कहा है।39. यह भाषा शब्द और अर्थ की दृष्टि से वर्तमान संपूर्ण भाषाओं की अपेक्षा शतगुण से भी अधिक विस्तृत थी। 40. यहाँ पहली हांड़ी अर्थ की दृष्टि से मूर्खता की पर्याय है तो दूसरी हांड़ी में उपयोगिता का भाव है.