31. 50 वर्ष की अवस्था तक व्यक्ति वैचारिक और आनुभविक रूप से परिपक्व हो चुका होता है. 32. 50 वर्ष की अवस्था तक व्यक्ति वैचारिक और आनुभविक रूप से परिपक्व हो चुका होता है. 33. जैन दर्शन द्वारा आनुभविक निर्णय या मत के इस वर्गीकरण को ही सप्तभंगी नय कहा जाता है। 34. बढ़ते हुए जटिलता के क्रम में ये हैं-आनुभविक सूत्र, अणुसूत्र, संरचना सूत्र । 35. पूर्व आनुभविक ज्ञान के आधार पर पुनः वैसे ही ज्ञान की निष्पत्ति का आग्रह करना पूर्वाग्रह है. 36. प्रत्ययात्मक अर्थात् बौद्धिक ज्ञान निश्चयात्मक एवं अनिवार्य होता है, जबकि तथ्यात्मक अर्थात् आनुभविक ज्ञान आपतिक होता है। 37. आनुभविक प्रयोगों से कोई सिद्धांत पूरा या आंशिक रूप से खंडित ही होता है न कि सत्यापि त.38. (2) एक मनोरचना जिसका काम प्रस्तावित अवधारणाओं के समर्थन में आनुभविक प्रत्यय खड़े करना है. 39. यह प्रत्यक्ष अनुभव से प्राप्त होने वाला आनुभविक ज्ञान है जो यथार्थ का प्रत्यक्ष रूप हमारे सामने रखता है। 40. उनकी पुस्तकों में इनके साथ हुए दुर्व्यवहार इनकी समस्याऍं और इनकी सामाजिक स्थिति का काल्पनिक एवं आनुभविक चित्रण है।