31. उचित रीति से किन्हीं चीज़ों को साथ रखने से नया गुण पैदा होता है, यही योग्यता है ।32. उचित रीति से किन्हीं चीज़ों को साथ रखने से नया गुण पैदा होता है, यही योग्यता है ।33. लेकिन पद 24 को उचित रीति से देखने के लिए, आइये हम इसे शेष आयतों के सम्बन्ध में देखें। 34. मशीनों द्वारा बड़े-बड़े कार्य होते हैं, पर होते तभी हैं जब वे उचित रीति से चलायी जाएँ। 35. शीघ्र प्रभाव के लिये विभिन्न स्थितियों में ओषधियों का उचित मात्रा में तथा उचित रीति से सेवन कराया जाता है। 36. वह ब्राह्मण उन कार्यों को तीन सभ्यों के सहित उत्तम सभा में बैठ अथवा खड़ा होकर उचित रीति से करे। 37. शीघ्र प्रभाव के लिये विभिन्न स्थितियों में ओषधियों का उचित मात्रा में तथा उचित रीति से सेवन कराया जाता है। 38. शीघ्र प्रभाव के लिये विभिन्न स्थितियों में ओषधियों का उचित मात्रा में तथा उचित रीति से सेवन कराया जाता है। 39. इसके अलावा यह भी गौर करना होगा कि आपका सन्देश उचित रीति से उचित व्यक्ति या समूह तक पहुँच रहा है. 40. ये चार एषणाएँ भी चार पुरुषार्थोकी रूपांतर ही हैं और चारों आश्रमों के धर्म कर्म से उचित रीति से पूरी होती हैं।