31. “बन्दोबस्त कर्यालय, सारण मे उजरत के आधार पर चयन हेतु अमीन एवं सफाई मोहरिर्र की सूची ”*” 32. अलामत अगरचे पूरी हो चुकी है लेकिन अभी पेश नमाज़ साहेबान नमाज़ की उजरत कह कर नही 33. उजरत जो लिखी आएगी, वह भेजी जाएगी, और इबतदाए (सितंबर) 1885 से उनका नाम ख़रीदारों में लिखा जाए।34. तो क्या आप समझते थे कि अपनी उजरत छोड़ दूँगी? वाह री आपकी समझ! खूब, क्यों न हो। 35. उजरत और कीमत देकर जब भोग के लिए नारी को प्राप्त करते हैं, तभी तो उसे वेश्या कहते है।36. (मूसा ने) फ़रमाया अगर आप चाहते तो इस (काम) पर कुछ उजरत ही ले लेते. 37. तो क्या आप समझते थे कि अपनी उजरत छोड़ दूँगी? वाह री आपकी समझ! खूब, क्यों न हो। 38. पर तुम से कुछ उजरत नहीं मांगता (16) (16) और सारे नबियों का यही तरीक़ा है. 39. पंखे से अपनी पीठ खुजलाते हुए बैद्यजी ने उजरत के काम वाले, पटवारियों के बड़े-बड़े रजिस्टर निकालकर फैलाना शुरू किए । 40. उजरत जो लिखी आएगी, वह भेजी जाएगी, और इबतदाए (सितंबर) 1885 से उनका नाम ख़रीदारों में लिखा जाए।