31. ४. उरोस्थि नाव के आकार की और कूट (कील)-विहीन है; कहीं मांसपेशियों के जुड़ने के चिह्न भी नहीं हैं। 32. पसलियों के बीच चौंथे स्थान (पसली 4 और 5 के बीच) पर उरोस्थि (छाती की हड्डी) के ठीक बायें तरफ. 33. पसलियों के बीच चौंथे स्थान (पसली 4 और 5 के बीच) पर उरोस्थि (छाती की हड्डी) के ठीक दाहिने तरफ. 34. छाती के मध्य भाग अर्थात उरोस्थि भाग में हल्का-हल्का दर्द होता है और इसके साथ ही खांसी भी होती है। 35. · यदि आपके बैग एक उरोस्थि पट्टा या कूल्हे पट्टा नहीं है, एक खरीद के साथ उपयोग करने पर विचार करें. 36. उरोस्थि के पीछे वात के कारण घाव हो जाता है, विशेषकर बायी ओर, बाएं कंधे के आस-पास होता है।37. 4. बाल्यग्रन्थि (थायमस ग्लैण्ड)-इस प्रकार की ग्रन्थि ‘ शरीर में उरोस्थि के पीछे पाई जाती है। 38. दोनों हाथों को नीचे की ओर दौरान और पीछे की ओर जब तक कलाई फिर से खुद को उरोस्थि पर लगता है. 39. तक जाती दीख रही है, जो उरोस्थि ओर जत्रु के पास के भाग से उदय होकर, ऊपर जाकर, कर्णमूल पर लग जाती है। 40. वर्टिब्री के कायों (bodies), मेन्यूब्रियम के बीच और उरोस्थि (स्टर्नम) के काय में उपास्थिमय जोड़ पाए जाते हैं।