31. प्रचंड ऑंधी के कारण जब नाव डगमगाने लगेगी तब मैं मत् स् य रूप में आऊँगा। 32. पाप की ऑंधी ने तेरे उस गर्व को तोड़ गिराया है, और कुछ नहीं बिगाड़ा। 33. झाडू से कहीं ऑंधी रुकती है! तुम महोबे को वीरान करके भागने की सलाह देते हो। 34. रिश्ते तो वहीं खड़े रहते हैं लेकिन व्यक्ति समय की ऑंधी के साथ निज नए मुकाम ढूंढता है। 35. मेरा बहादुर चिमटा आग में, पानी में, ऑंधी में, तूफान में बराबर डटा खड़ा रहेगा। 36. सस्तीक चीज़ें अरे भैया, ये ऑंधी के आम हैं, हर मान पॉंच रूपए में ले लो। 37. समय भयभीत है बदलाव की ऑंधी में, उसकी भीरूता ही उसे चकनाचूर होने से बचा रही है । 38. परंतु ऑंधी और तूफान में कौन नौका स्थिर रह सकती है? अन्त में खजांची ने टाट उलट दिया। 39. यह धारणा बनाई जा रही हैं कि चिमनी तेज ऑंधी और बिजली गिरने के करण धराशायी हुई हैं । 40. जैमिनी अश् वमेघ में जहां उग्र भावों की ऑंधी है, वहां भक्ति चिंतामणि में मलय का मंथर प्रवाह।