31. काँसा , ताँबे की अपेक्षा अधिक कड़ा होता है और कम ताप पर पिघलता है।32. -काँसा या पीतल में आभूषण रखकर कुमकुम, सिंदूर, अक्षत से पूजन करें। 33. उसे अपनी सारी सम्पदा काँसा पीतल की तरह लगती है जब कि पुत्री सोने सरीखी। 34. काँसा , ताँबा-निकल, निकल-पितल और रजत की मिश्रधातु से भारत में सिक्के बनते रहे हैं।35. इस प्रकार काँसा मनुष्य के उपयोग में सभ्यता के प्रारंभ से लेकर आज तक आता रहा है। 36. काँसा (संस्कृत कांस्य) संस्कृत कोशों के अनुसार श्वेत ताँबे अथवा घंटा बनाने की धातु को कहते हैं।37. इस प्रकार काँसा मनुष्य के उपयोग में सभ्यता के प्रारंभ से लेकर आज तक आता रहा है। 38. काँसा (संस्कृत कांस्य) संस्कृत कोशों के अनुसार श्वेत ताँबे अथवा घंटा बनाने की धातु को कहते हैं।39. मैंगनीज़ काँसा में ६ ० भाग ताँबा, ४ ० भाग जस्ता और अल्प मैंगनीज़ रहता है। 40. काँसा (संस्कृत कांस्य) संस्कृत कोशों के अनुसार श्वेत ताँबे अथवा घंटा बनाने की धातु को कहते हैं।