31. इससे ग्लोबल वार्मिंग कम होती है, कार्बन मोनोक्साइड और कार्बन डाइआक्साइड के उत्सर्जन में 30 % कमी आती है. 32. प्रथमत: जलवाष्प निकलता है, परंतु ताप बढ़ाने पर प्रारंभिक विघटन से कार्बन मोनोक्साइड और कार्बन डाइआक्साइड भी मिलते हैं। 33. इस ग्रह पर सिलिकेट चट्टान, लोहा, हीलियम, हाइड्रोजन, हीरा, बर्फ और कार्बन मोनोक्साइड हो सकती है 34. कार्बन के आक्साइड-कार्बन के तीन आक्साइड ज्ञात हैं-(१) कार्बन मोनोक्साइड छौतथा (२) कार्बन डाइआक्साइड छौ२ ये दोनों गैसें हैं और अत्यन्त महत्त्वपूर्णहैं. 35. आक्सैलिक अम्ल को गरम करने पर यह फार्मिक अम्ल, कार्बन डाइ-आक्साइड, कार्बन मोनोक्साइड और पानी में विच्छेदित हो जाता है। 36. कार्बन मोनोक्साइड गैस बहुत ही खतरनाक है और सबसे बड़ी बात कि ऐसे जान लेती है कि पता ही नहीं चलता है...37. यह बहुत उपयोगी है किन्तु इसके प्रयोग में विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है क्योंकि जलगैस कार्बन मोनोक्साइड के कारण प्रबल विषाक्त होती है। 38. यह बहुत उपयोगी है किन्तु इसके प्रयोग में विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है क्योंकि जलगैस कार्बन मोनोक्साइड के कारण प्रबल विषाक्त होती है। 39. अगर कोई गाड़ी 75 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलती है तो वह प्रति किलोमीटर 6. 4 ग्राम कार्बन मोनोक्साइड का उत्सर्जन करती है। 40. इसमें 54 % हाइड्रोजन, 35 % मिथेन, 11 % कार्बन मोनोक्साइड , 5 % हाइड्रोकार्बन, 3 % कार्बन डाइआक्साइड होता है।