31. शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के अनेक ऐसे बच्चे होंगे, जो कुम्हड़ा , लौकी, बंदगोभी नहीं खाते। 32. कोई व्यक्ति कुम्हड़ा लाया था, कोई बिजोरा, कोई बैंगन और कोई जंगल की दूसरी भाजी. 33. 1-प्रतिपदा को कुष्माण्ड (कुम्हड़ा पेठा) न खाएँ क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है। 34. प्रतिपदा को कूष्मांड (कुम्हड़ा , पेठा) न खायें, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है। 35. स्थानीय स्तर पर कुम्हड़ा और कद्दू एक ही फल के लिए जाने जाते हैं पर यह दोनों अलग हैं। 36. कुम्हड़ा या कददू प्रकृति ने अपनी इस ' बड़ी ' देन में कई तरह के औषधीय गुण समेटे हैं।37. कुम्हड़ा पुष्टिकारक वीर्य को बल देने वाला (वीर्यवर्धक) व रक्त के विकार को ठीक करने वाला है।38. यहां भी नवमी को बली होती है, लेकिन सफेद कोहड़े की, जिसे बंगला में चाल कुम्हड़ा कहते हैं। 39. कुम्हड़ा या कद्दू एक स्थलीय, द्विबीजपत्री पौधा है जिसका तना लम्बा, कमजोर व हरे रंग का होता है।40. कुम्हड़ा और पेठा एक फल है और कद्दू काशीफल सीताफल लौका आदि नाम से जाना जाने वाला दूसरा फल है।