31. कूँची , बुरूस, बालों की बनी कलम, झाडी, झाडू, झाडू देना, साफ या स्वच्छ करना, सँवारना रंगडना, चित्र बनाने वाली कलमें32. :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: मुझ में यह सामर्थ्य नहीं है मैं कविता कर पाऊँ, या कूँची में रंगों ही का स्वर्ण-वितान बनाऊँ । 33. ' क्या भूलूँ, क्या याद करुँ' की ललक में 'भूले बिसरे चित्र' पर कूँची फेरने लगा तो परती परिकथा उजागर हो गयी । 34. कभी-कभी एक बार रँग लेने के बाद उस जगह कूँची से भी मोम भरी जाती है, ताकि वहाँ रंग न पहुँच सके। 35. अगर उन्हीं चित्रों में से किसी खास भंगिमा को पकड़कर उत्तमाजी कूँची से उसे उकेरतीं तो चित्रों में एक विशिष्टता आ जाती. 36. कभी-कभी एक बार रँग लेने के बाद उस जगह कूँची से भी मोम भरी जाती है, ताकि वहाँ रंग न पहुँच सके। 37. अगर उन्हीं चित्रों में से किसी खास भंगिमा को पकड़कर उत्तमाजी कूँची से उसे उकेरतीं तो चित्रों में एक विशिष्टता आ जाती. 38. इन सबके बीच जीवन के शतायु को छू रहे हुसैन अपनी कूँची से कला की दुनिया में नित्य नया संसार रच रहे हैं. 39. इन सबके बीच जीवन के शतायु को छू रहे हुसैन अपनी कूँची से कला की दुनिया में नित्य नया संसार रच रहे हैं. 40. पर्णविहीन उस जंगल के पेड़ों के तनों पर जैसे मौका पाकर किसी चित्रकार ने अपनी कूँची से नर्म रौशनी का रंग फेर दिया था।