31. डाक्टर साहब शायद बीमारी और कमजोरी के कारण बहुत क्षीण स्वर में बोल रहे थे। 32. तभी भरी दोपहर ढोल और दमानाऊ का क्षीण स्वर द्घर के अंदर आ गया था। 33. एकाएक उसने चौंक कर आँखें खोलीं और अत्यंत क्षीण स्वर में कहा-आज तो दीवाली है। 34. चंदा को देखते ही क्षीण स्वर में बोला-बेटी...कुँवर! इसके आगे वह कुछ न 35. विरोध और प्रतिरोध का असंगठित स्वतःस्फूर्त क्षीण स्वर डॉ. चौबे और डॉ. संध्या के रूप में है। 36. ताहिर अली ने उसे देखा, तो क्षीण स्वर में बोले-खुदा ने हमें नमकहरामी की सजा दी है। 37. मंसाराम ने क्षीण स्वर में कहा-अब जीने की इच्छा नहीं और न बोलने की शक्ति ही है। 38. पर चौधरी ने क्षीण स्वर में कहा, “चली आओ बेटी, चली आओ; दादाजान हैं, पहचाना नहीं!.... । 39. काले खां ने आंखें खोलीं और क्षीण स्वर में बोला-क्यों चिल्लाते हो यारो, मैं अभी मरा नहीं हूं। 40. “बाई आ गई क्या? ” क्षीण स्वर में सुमन ने पूछा. “नहीं तो.” “फिर चाय?” “क्यों, मै नहीं बना सकता क्या?”