31. सिरिंज और बाद में हटा दिया जाता है एक ख़ंजर (बी) के द्वारा प्रतिस्थापित. 32. यह उबाल रहित खून आग रहित जंगल और ख़ंजर रहित विद्रोह का नया दौर है 33. बेहद ख़ूबसूरत मतला. “ ख़ौफ़ का ख़ंजर ” में बहुत सुन्दर अनुप्रास भी है. 34. तेरा शायर फूलों से भी नाज़ुक था, उसके सीने में है ख़ंजर देख ज़रा । 35. जब जलसेक पूरा हो गया है, सिरिंज ध्यान से और हटाया ख़ंजर गाइड पेंच में जगह है. 36. रिश्तों के मसले मिटाना सीखें सभी मोहब्बत से, भाई-भाई के बीच ए ख़ुदा ख़ंजर ना इस्तमाल हो. 37. तुम कहाँ थे जब मन्दिर हथौड़ा लिए खड़ा था, मस्ज़िद ख़ंजर लिये हर राह में अड़ा था? 38. इस बात को सुनकर वह कांपने लगा और बग़ल में दबा हुआ ख़ंजर ज़मीन पर गिर पड़ा! 39. दुल्हन रही न दुल्हन, डोली रही न डोली जब क़ातिलों के उन पर ख़ंजर के वार गुज़रे। 40. मारना ही है बड़े भाई, तो ख़ंजर भोंक दो, ऐसी ग़ज़लें मत सुनाओ आप इतनी शान से!