31. कि महानता की गड़ही में चाहना लेके उतरे और अंत हो गया पाप के पोखरे में. 32. कि मालूम नहीं कवन दुर्घड़ी में रतलामी जी का हिंदी बिलाग का गड़ही में गोड़ डाल दिया.. 33. ग्राम गड़ही , ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश से श्री भगवान सिंह ने बड़ा ही रोचक सवाल लिखकर भेजा है. 34. ' तानी गड़ही तक चल जा रे लखना. देख तेंगन या मांगुर मिल जा ते ' 35. जनाब हम सबके बस्ते और भोलू की पटरी समेत बंधे के नीचे उतरकर गड़ही में उतर गए। 36. जनाब हम सबके बस्ते और भोलू की पटरी समेत बंधे के नीचे उतरकर गड़ही में उतर गए। 37. उसी से सटी है वह सूखती गड़ही जिसका पंकिल जल नीले आकाश से होड़ ले रहा है। 38. मेरी बेटी मछरी तो है नही जो सड़ रही हो! उठा कर गड़ही में फेंक दूँ। 39. कि मालूम नहीं कवन दुर्घड़ी में रतलामी जी का हिंदी बिलाग का गड़ही में गोड़ डाल दिया.. 40. धीरे-धीरे यह बात पूरे गाँव में आग की तरह फैल गई और उस गड़ही पर भीड़ लग गई.