31. अत: गैस टरबाइन विद्युत्शक्ति के उत्पादन में बहुत सामान्य नहीं हो पाया है। 32. गैस टरबाइन का संतुलन अच्छा रहता है, जिससे इसमें कंपन कम होता है।33. गैस टरबाइन में दो प्रकार के संपीड़क लगाए जाते हैं, अक्षप्रवाह एवं अपकेद्रिक।34. गैस टरबाइन , उससे जुड़ा हुआ विद्युत जनित्र तथा अन्य अवयवों का योजनामूलक चित्र35. गैस टरबाइन का सर्वप्रथम पेटेंट इंग्लैंड में जॉन बारबर ने 1791 ई. में कराया था।36. वैज्ञानिकों के अथक प्रयास के फलस्वरूप आज गैस टरबाइन की नींव पक्की हो गर्ह है। 37. गैस टरबाइन की उष्मीय दक्षता टरबाइन में कार्य करनेवाले गैसे के प्रवेशताप पर निर्भर करती है।38. इसके बाद अनेक तरह की डिजाइन के गैस टरबाइन बनाए गए, जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं: 39. किसी कंबाइंड साइकिल गैस टरबाइन (सीसीजीटी) की क्षमता सुधारकर 50 फीसदी तक की जा सकती है। 40. इसलिए गैस टरबाइन का उपयोग हुआ, जिसके कारण हवाई तथा पानी के जहाजों की गति अत्यधिक बढ़ सकी।