31. ुप्त-इन चतुर्दश नामों से इन महिषवाहन दण्डधर की आराधना होती है। 32. शुभ गुण सुंदर युक्ता क्षीर निधि जाता।रतन चतुर्दश तोकू कोई नहीं पाता।। 33. आज इस काव्य का चतुर्दश सर्ग “मूल्यों की नीलामी” प्रस्तुत है................ 34. इस स्थान से अशोक के चतुर्दश शिलालेखों की एक प्रति प्राप्त हुई है। 35. “मूल्यों की नीलामी” यादवचंद्र के प्रबंध काव्य “परंपरा और विद्रोह” का चतुर्दश सर्ग 36. इस श्राद्ध में अनंतादि चतुर्दश देवों का कुश चट में आवाहन पूजन करें। 37. इन पहाड़ियों पर मौर्य सम्राट अशोक का ' चतुर्दश शिलालेख ' अकिंत है। 38. इसी प्रकार तीन छत्रत्रिभुवन, सात-सप्तलोक और चौदह छत्र चतुर्दश भुवन के प्रतीक माने जातेहैं. 39. समावर्तन संस्कारः गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने की कामना से किया जाने वाला चतुर्दश संस्कार। 40. समावर्तन संस्कारः ………गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने की कामना से किया जाने वाला चतुर्दश संस्कार।