31. जीने की डोर रुपयों की थैली के साथ बंधी यथार्थ की चर्खी पर खिंचती सतत। 32. और जीने की डोर रुपयों की थैली के साथ बंधी यथार्थ की चर्खी पर खिंचती सतत। 33. हालांकि यह प्रथा 1794 में पुनर्जीवित हो गयी जब कपास की चर्खी का आविष्कार हु आ. 34. कोयल, पपीहा आदि इनमें मुख्य हैं, जो चोरी से अपने अंडे कौवे, चर्खी अथवा सतभइए ( 35. और जीने की डोर रुपयों की थैली के साथ बंधी यथार्थ की चर्खी पर खिंचती सतत। 36. यह चर्खी है, लकड़ी के हाथी, घोड़े, ऊँट, छड़ो में लटके हुए हैं। 37. जैसे-जैसे चर्खी घुमाते थे वैसे-वैसे वह खंभा खटोली को लिये हुए ऊपर की तरफ उठता जाता था। 38. ' ' यहां से बाहर निकल जाने वाले को खटोली के ऊपर बैठकर यह चर्खी सीधी घुमानी चाहिए। 39. पुनः इनकी लच्छियाँ बनाकर उन्हें एक चर्खी के माध्यम से अपने देशी राँच करघे में बुना जाता है। 40. नायक का ईर्ष्यालुपन कहीं भी वीडियो में परिलक्षित नहीं हो पाया, मात्र चर्खी को ही फोकस किया गया है।