31. नेपाल में छुआछुत का भेद न कट्टर रूप में है और न जन्मसंस्कार के आधार पर ही है। 32. नेपाल में छुआछुत का भेद न कट्टर रूप में है और न जन्मसंस्कार के आधार पर ही है। 33. बीसवीं शताब्दी की शुरुआत से ही दलित वर्ग छुआछुत और अन्यायपूर्ण सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ उठ खड़ा हुआ था। 34. छुआछुत एक सजा है, जो तुम्हारे सामाजिक अस्तित्व, सम्मान, व नाम को झकझोरने लगती है.35. बीसवीं शताब्दी की शुरुआत से ही दलित वर्ग छुआछुत और अन्यायपूर्ण सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ उठ खड़ा हुआ था। 36. स्कुल, कॉलेज, रास्ते, दुकान, बाजार आदि जगहों पर छुआछुत की सितारी परेशान करती थी. 37. इस से सरकारी स्कूलों में छुआछुत को बढ़ावा मिला और दलित रसोईयों का आरक्षण भी ख़त्म हो गया. 38. संत कबीर जी छुआछुत के खिलाफ़ थे लेकिन दामाखेडा के गद्दी आसीन संत इसे अब तक जीवित रखे है. 39. पार्टी जिला सचिव मण्डल सदस्य कामरेड प्रेमकुमार ने अपने सम्बोधन में छुआछुत व जातिवाद का मुद्दा जोरदार ढंग से उठाया। 40. 4. उसके लिए न तो किसी रूप में छुआछुत हो सकती है और जाति, धर्म या रेग का भेद ।