31. अपनी नज्मों और नगमों में लादेन ने खुद को ' जंगजू शायर ' या योद्धा कवि के रूप में पेश किया है। 32. कुर्दों की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाला जंगजू संगठन पेश्मरगा पूरी तरह से भूमिगत तरीके से अपणा काम करता रहा था. 33. जर्रार – बहोत बड़ी सेना, परवाज़ – उडान | कहा टिकता है कोई जर्रार मेरे सामने, आज दिल जंगजू बहोत है | 34. फिर जब उन दो में से पहली की मीयाद आवेगी, हम तुम पर ऐसे बन्दों को मुसल्लत कर देंगे जो बड़े जंगजू होंगे. 35. 2-सलातुल खौफ (डर की नमाज़) और घमासान की लड़ाई में जंगजू से काबा की ओर चेहरा करने का हुक्म समाप्त हो जाता है। 36. कहा टिकता है कोई जर्रार मेरे सामने, आज दिल जंगजू बहोत है | रहेगा आसमान भी मेरे कदमो तले, आज परवाज बुलंद बहोत है | 37. कहा टिकता है कोई जर्रार मेरे सामने, आज दिल जंगजू बहोत है | रहेगा आसमान भी मेरे कदमो तले, आज परवाज बुलंद बहोत है | 38. (17 / 48) (90) एक जंगजू बहादुर! मैं तेरे मैदाने जंग में चोट खाने वाले आज़ा को ज़राबकतर वग़ैरह से ढाँपता हूँ.... 39. उस की आंख़ों में खून उतर आया, शमशीर बकफ़ उठ ख़ड़ा हुआ, और तातारी जंगजू बाद रफ्तार (वायुगति) घोड़े दौड़ते हुए बुख़ारा पर चढ़ दौड़े। 40. इस आखिरी और समूची शिकस्त से ही सुधर कर और पूरी तरह बदल कर उपजती है सच्ची (रूमानी नहीं) साधक और जंगजू , जैसे एक नया जन्म लेकर।