31. जर्राह शब्द का अरबी साहित्य में प्रयोग सर्वप्रथम 9वीं शताब्दी में मिलता है, तत्पश्चात् यह चिकित्सा शास्त्र में प्रयुक्त हुआ।32. जर्राह शहर में गया तो एक बड़े रास्ते में देखा कि एक भव्य महिला एक ऊँट पर सवार आ रही है।33. इस्लाम के स्वर्णयुग में अरबी हकीम और जर्राह अबू अल कासिम अल बहराबी ने खुशबूदार बत्तियाँ बनाईं जिनसे होंठ सजाए जाते। 34. जर्राह वाली चीरफ़ाड़ को खंरोंचना, कुरेदना वाले अर्थों में परखा जाए तो यह भी उसी मूल का शब्द निकलता है ।35. मरवन अल-शेही मई 2000 के अंत में आया, जबकि अत्ता 3 जून 2000 को पहुंचा और जर्राह 27 जून 2000 को आया. 36. जर्राह वाली चीरफ़ाड़ को खंरोंचना, कुरेदना वाले अर्थों में परखा जाए तो यह भी उसी मूल का शब्द निकलता है ।37. जिस प्राणी का फोड़ा चिलक रहा हो उसे जर्राह का घर बाग में सैर करने से ज्यादा अच्छा लगे, तो क्या आश्चर्य है। 38. जर्राह ने किराए पर दो ऊँट लिए और शहजादी के साथ हैरन को रवाना हुआ और एक सराय में पहुँच कर डेरा डाला।39. हकीमों से पूछा कि अगर फलाँ जर्राह से जो दीवाना हो गया था, फस् द खुलबाऊँ तो कोई हर्ज तो नहीं है। 40. उस ने जर्राह और खुदादाद के सहायक किसान को अपार धन-संपदा दे कर विदा किया और खुदादाद के सैनिकों को भी इनाम दिया।