31. ÷÷क्रांति के बाद पड़ोसी राज्यों के प्रति रूस की नीति जारशाही की नीति से एकदम भिन्न थी। 32. लेनिन के नेतृत्व में किसान-श्रमिक संगठित होकर रूस की जारशाही से मोर्चा ले रहे थे. 33. उसे शामिल नामक कौकेशिया के महान वीर की जीवनी ने प्रेरणा दी जिसने जारशाही के विरुद्ध बगावत की थी। 34. रूसी बुद्धिजीवी और मध्यमवर्ग इनके लिए इच्छुक था पर जारशाही दमननीति के कारण इनकी प्राप्ति का संवैधानिक मार्ग अवरुद्धप्राय था। 35. अक्टूबर में राष्ट्रव्यापी हड़ताल, दिसम्बर में मास्को के मज़दूरों ने 9 दिन तक जारशाही सेना का सशस्त्र मुकाबला किया। 36. रूसी बुद्धिजीवी और मध्यमवर्ग इनके लिए इच्छुक था पर जारशाही दमननीति के कारण इनकी प्राप्ति का संवैधानिक मार्ग अवरुद्धप्राय था। 37. इवान चतुर्थ (१५३३-१५८४) ने ततर खानैत की कीमत पर रुसी जारशाही को वोल्गा और कैस्पियन के क्षेत्रों में फलाया । 38. इस बकवास का सार यह है कि तब रूस में अत्याचारी जारशाही थी और बुधिया के देश में लोकतंμा है। 39. वहां जारशाही के पतन पर खुशियां मनाते हुए उसने कृषक-परिषदों को सत्ता सौंपने का ऐलान कर दिया. 40. जारशाही का अंत हुआ और मार्क्सवाद से प्रेरित बोल्शेविक पार्टी की सत्ता स्थापित हुई और साम्यवादी विचारधारा ने जोर पकड़ा।