31. कान और वाणी ही आकाश तत्व की क्रमश: ज्ञानेन्द्रिय और कर्मेंन्द्रिय हैं । 32. यहां अपूर्व से मतलब है जिसके पूर्व कोई (ज्ञानेन्द्रिय ) नहीं है । 33. इससे सुगंध और दुर्गन्ध का ज्ञान होता है, अत: यह ज्ञानेन्द्रिय है। 34. सेंसरीमोटर पोलीन्यूरोपैथी की आरंभिक ज्ञानेन्द्रिय अभिव्यक्तियों के उपचार में ग्लाइसेमिक नियंत्रण का सुधार शामिल है. 35. विचारों के आदान-प्रदान के लिए कुछ प्राणी सिर्फ एक ही ज्ञानेन्द्रिय का उपयोग करते हैं। 36. विचारों के आदान-प्रदान के लिए कुछ प्राणी सिर्फ एक ही ज्ञानेन्द्रिय का उपयोग करते हैं। 37. हमारे शरीर में कान और वाणी ही आकाश तत्व की क्रमशः ज्ञानेन्द्रिय और कर्मेन्द्रिय हैं। 38. सेंसरीमोटर पोलीन्यूरोपैथी की आरंभिक ज्ञानेन्द्रिय अभिव्यक्तियों के उपचार में ग्लाइसेमिक नियंत्रण का सुधार शामिल है. 39. अरविन्द `मानस ' अर्थात् मस्तिष्क कोछठी ज्ञानेन्द्रिय मानते थे जिसके विकास पर वे अधिक बल देते थे. 40. इसलिये वैशेषिक ने इसे उभयात्मक अर्थात कर्मेन्द्रिय और ज्ञानेन्द्रिय दोनों के गुणों से युक्त माना है।