31. नंद के ज्योनार का वर्णन है, दूसरे में गुजरात के रैवत पर्वत का। 32. में इकट्ठी होती हैं तो सबकी-सब मिलकर ज्योनार की गालियाँ गाती हैं या जच्चा-बच्चा 33. क्योंकि, इस मौके पर तुम्हें मिलते हैं खाने को बढ़िया, स्वादिष्ट ज्योनार यानी पकवान। 34. वे खास समुदाय के लोग हैं जो आस-पास के गांवों से ज्योनार करने आते हैं। 35. हरफन अधूराफसलें और त्यौहारत्योहार तुम्हारे, ज्योनार हमारे‘धाकड़' दाज्यू आप चिरंजीवी हो…..अथ दाज्यू गाथा: प्रेम में पागल दाज्यू 36. उनसे पूछ पूछ उनके पसंद के ज्योनार तैयार करता सेवक तो ठाकुर जी भी हर काम में उसकी मदद करते.. 37. उनसे पूछ पूछ उनके पसंद के ज्योनार तैयार करता सेवक तो ठाकुर जी भी हर काम में उसकी मदद करते.. 38. हमारे ज्योनार खा कर जब तुम्हारे चेहरे पर खुशी दिखाई देगी तो हम सब भी तुम्हारी खुशी में शामिल हो जाएंगी। 39. हमारे ज्योनार खा कर जब तुम्हारे चेहरे पर खुशी दिखाई देगी तो हम सब भी तुम्हारी खुशी में शामिल हो जाएंगी। 40. उनसे पूछ पूछ उनके पसंद के ज्योनार तैयार करता सेवक तो ठाकुर जी भी हर काम में उसकी मदद करते..