31. एक बात पूछूँ-उत्तर दोगे? तब कैसे सीखा डसना , विष कहाँ पाया? 32. लेकिन इन दिनों सम्प्रदाइकता के नाग ने इस परम देश को भी डसना शुरू कर दिया है। 33. लेकिन इन दिनों साम्प्रदाइकता के नाग ने इस परम देश को भी डसना शुरू कर दिया है। 34. यही वह स्थिति तो है जहाँ से शहर गाँव से आयों को डसना शुरु करता है... 35. जिसमें वे कहते हैं कि ये सांप तुम शहर कब गए थे, जहां से यह डसना सीखकर आए। 36. इस बीच हँसी-मजाक के मूड में राजनीति ने धर्म से कहा-“ कृपा करके मुझे मत डसना । 37. सरगना ने कंधे उचकाते हुए कहा, ” हम डसना कैसे छोड़ते, यह तो हमारी प्रकृति है। 38. लेकिन वह नाग तो ज्येष्ठा का रूप था, जो दीनू को किसी भी तरह डसना चाहता था। 39. दूध पीना और पिलानेवालों को डसना हमारी प्राकृतिक और मनोवैज्ञानिक परम्परा है तथा नागपंचमी का त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत। 40. है कि-सांप तुम सभ्य तो नहीं हुए होगे, फिर कहां से सीखा डसना और विष कहाँ से