31. दौरान भी निर्धारित डेसीबल सीमा से उपर ध्वनि प्रदूषण न हो, इसके लिये सभी 32. आरएनआईडी के अनुसार 80 डेसीबल से ऊँची आवाज़ बहरेपन का कारण बन सकती है. 33. स्वास्थ्य संगठन ने 45 डेसीबल की ध्वनि को, शहरों के लिए आदर्श माना है। 34. जबकि कुछ एमपी3 प्लेयर 105 डेसीबल तक ऊँची आवाज़ में संगीत बजा सकते हैं. 35. वैज्ञानिक 40 डेसीबल से अधिक की ध्वनि को शरीर के लिये घातक बताते हैं। 36. शोर की तीव्रता को नापना संभव है और इसकी इकाई को डेसीबल कहते हैं। 37. शोर की तीव्रता को नापना संभव है और इसकी इकाई को डेसीबल कहते हैं। 38. इसके अलावा 124 डेसीबल से अधिक आवाज वाले पटाखों पर भी प्रशासन सख्ती करेगा। 39. सामान्य दिनों में अधिकतम ध्वनि प्रदूषण 65 डेसीबल और न्यूनतम 55 डेसीबल पाया गया। 40. सामान्य दिनों में अधिकतम ध्वनि प्रदूषण 65 डेसीबल और न्यूनतम 55 डेसीबल पाया गया।