यहाँ क् त् आदि अघोष वर्ण न तो ग् द् आदि सघोषों में परिवर्तित हुए मिलते, न थ घ् आदि महाप्राण वर्ण ह् में परिवर्तित हुए मिलते, न थ् घ् आदि महाप्राण वर्ण हृ में परिवर्तित हुए और न दंत्य न् के स्थान पर मूर्धन्य ण दिखाई देता।
32.
दांत का एक नुकीला किनारा लगना, दुर्घटनावश चबा लेना (विशिष्ट रूप से यह तीक्ष्ण श्वानीय दांत या प्रज्ञा दंत के साथ आम हो सकता है), तीक्ष्ण, अपघर्षक या अत्यधिक नमकीन भोजन, अच्छी तरह न लगाई गई कृत्रिम दंतावली, दंत्य पट्टिका या टूथब्रश से होने वाले घाव मुंह की श्लेषकीय पंक्ति को चोट पहुंचा सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप छाला हो सकता है.
33.
दांत का एक नुकीला किनारा लगना, दुर्घटनावश चबा लेना (विशिष्ट रूप से यह तीक्ष्ण श्वानीय दांत या प्रज्ञा दंत के साथ आम हो सकता है), तीक्ष्ण, अपघर्षक या अत्यधिक नमकीन भोजन, अच्छी तरह न लगाई गई कृत्रिम दंतावली, दंत्य पट्टिका या टूथब्रश से होने वाले घाव मुंह की श्लेषकीय पंक्ति को चोट पहुंचा सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप छाला हो सकता है.
34.
नासिक्य-देवनागरी वर्णमाला में हमें प्रत्येक स्पर्श अथवा स्पर्श-संघर्षीव्यंजन वर्ग के अंत में एक नासिक्य व्यंजन वर्ण भी मिलता है जैसे कंठ्य ध्वनियोंके साथ अ कंठ्य नासिक्य ध्वनि [ब्] है तो मूर्धन्य ध्वनियों के साथ ण, मूर्धन्यनासिक्य [न्] है, तालव्य ध्वनियों के साथ ञ, तालव्य नासिक्य [ण्] है, और दंत्यएवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य के साथ न एवं म, क्रमशः दंत्य नासिक्य [न्] एवं द्वयोष्ठ्यनासिक्य/म्/लिखा जाता है.
35.
नासिक्य-देवनागरी वर्णमाला में हमें प्रत्येक स्पर्श अथवा स्पर्श-संघर्षीव्यंजन वर्ग के अंत में एक नासिक्य व्यंजन वर्ण भी मिलता है जैसे कंठ्य ध्वनियोंके साथ अ कंठ्य नासिक्य ध्वनि [ब्] है तो मूर्धन्य ध्वनियों के साथ ण, मूर्धन्यनासिक्य [न्] है, तालव्य ध्वनियों के साथ ञ, तालव्य नासिक्य [ण्] है, और दंत्यएवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य के साथ न एवं म, क्रमशः दंत्य नासिक्य [न्] एवं द्वयोष्ठ्यनासिक्य/म्/लिखा जाता है.
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नासिक्य-देवनागरी वर्णमाला में हमें प्रत्येक स्पर्श अथवा स्पर्श-संघर्षी व्यंजन वर्ग के अंत में एक नासिक्य व्यंजन वर्ण भी मिलता है जैसे कंठ्य ध्वनियों के साथ अ कंठ्य नासिक्य ध्वनि [ब्] है तो मूर्धन्य ध्वनियों के साथ ण, मूर्धन्य नासिक्य [न्] है, तालव्य ध्वनियों के साथ ञ, तालव्य नासिक्य [ण्] है, और दंत्य एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य के साथ न एवं म, क्रमशः दंत्य नासिक्य [न्] एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य /म्/ लिखा जाता है।
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नासिक्य-देवनागरी वर्णमाला में हमें प्रत्येक स्पर्श अथवा स्पर्श-संघर्षी व्यंजन वर्ग के अंत में एक नासिक्य व्यंजन वर्ण भी मिलता है जैसे कंठ्य ध्वनियों के साथ अ कंठ्य नासिक्य ध्वनि [ब्] है तो मूर्धन्य ध्वनियों के साथ ण, मूर्धन्य नासिक्य [न्] है, तालव्य ध्वनियों के साथ ञ, तालव्य नासिक्य [ण्] है, और दंत्य एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य के साथ न एवं म, क्रमशः दंत्य नासिक्य [न्] एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य /म्/ लिखा जाता है।
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नासिक्य-देवनागरी वर्णमाला में हमें प्रत्येक स्पर्श अथवा स्पर्श-संघर्षी व्यंजन वर्ग के अंत में एक नासिक्य व्यंजन वर्ण भी मिलता है जैसे कंठ्य ध्वनियों के साथ अ कंठ्य नासिक्य ध्वनि 1 है तो मूर्धन्य ध्वनियों के साथ ण, मूर्धन्य नासिक्य 2 है, तालव्य ध्वनियों के साथ ञ, तालव्य नासिक्य 3 है, और दंत्य एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य के साथ न एवं म, क्रमशः दंत्य नासिक्य 4 एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य /म्/ लिखा जाता है।
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नासिक्य-देवनागरी वर्णमाला में हमें प्रत्येक स्पर्श अथवा स्पर्श-संघर्षी व्यंजन वर्ग के अंत में एक नासिक्य व्यंजन वर्ण भी मिलता है जैसे कंठ्य ध्वनियों के साथ अ कंठ्य नासिक्य ध्वनि 1 है तो मूर्धन्य ध्वनियों के साथ ण, मूर्धन्य नासिक्य 2 है, तालव्य ध्वनियों के साथ ञ, तालव्य नासिक्य 3 है, और दंत्य एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य के साथ न एवं म, क्रमशः दंत्य नासिक्य 4 एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य /म्/ लिखा जाता है।
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नासिक्य-देवनागरी वर्णमाला में हमें प्रत्येक स्पर्श अथवा स्पर्श-संघर्षी व्यंजन वर्ग के अंत में एक नासिक्य व्यंजन वर्ण भी मिलता है जैसे कंठ्य ध्वनियों के साथ अ कंठ्य नासिक्य ध्वनि [ब्] है तो मूर्धन्य ध्वनियों के साथ ण, मूर्धन्य नासिक्य [न्] है, तालव्य ध्वनियों के साथ ञ, तालव्य नासिक्य [ण्] है, और दंत्य एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य के साथ न एवं म, क्रमशः दंत्य नासिक्य [न्] एवं द्वयोष्ठ्य नासिक्य / म् / लिखा जाता है।
दंत्य sentences in Hindi. What are the example sentences for दंत्य? दंत्य English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.