31. मनुष्य की अमरता का देवात्मा का स्पष्टीकरण मानवारोपण के तथाप्रत्यय-~ वादी आध्यात्मिकता से पूर्णतः मुक्त है. 32. जो अपने आप में देवात्मा हो, अपने आप में पवित्र हों, दिव्य हो, ऐसे स्त्री और 33. किंतु दृश्यतः एक जैसा लगने पर भी देवात्मा हिमालय के साथ उनकी तुलना नहीं हो सकती। 34. इस प्रकार देवात्मा हिमालय के स्त्रोत से अनेक धाराओं अर्थात मिशनों का उदय हो रहा है। 35. आह! यह उसी देवात्मा के आत्मबलिदान का पुनीत फल है कि मुझे यह दिन देखना नसीब हुआ। 36. आह! यह उसी देवात्मा के आत्मबलिदान का पुनीत फल है कि मुझे यह दिन देखना नसीब हुआ। 37. महाकवि कालिदास ने जिस हिमालय को देवात्मा कहा है उसी की गोद में बसा है उत्तराखण्ड का गढवाल क्षेत्र। 38. इन्द्रियों के पाँच पाण्डव, अंतराग्नि-संभवा द्रौपदी सहित चलते हैं देवात्मा हिमालय काअपरिमित विस्तार है जहाँ!सारा कुरुक्षेत्र बीता... 39. महाकवि कालिदास ने जिस हिमालय को देवात्मा कहा है उसी की गोद में बसा है उत्तराखंड का गढ़वाल क्षेत्र। 40. समर्पण मैंने उसी दिन प्रकाश पुँज देवात्मा को किया और उन्हीं को न केवल मार्गदर्शक वरन् भगवान् के समतुल्य माना।