31. देव तुल्य ऋषि-महर्षियों ने ज्ञान के सागर आदि-ग्रंथों की रचना की और इन सबों पर विस्तृत विवेचनायें दी।32. और अन्दर से दानवी होते हुये भी वह स्वयं को देव तुल्य प्रदर्शित घोषित करना चाहता है । 33. अतः उपनिषदों के अतिरिक्त भी देव तुल्य ऋषियों का केन्द्र विन्दु ये. 01 % अपवाद भी बने... 34. मैं इस बार भी उनसे मिले बिना मन ही मन देव तुल्य प्रतिमा को प्रणाम करके लौट आया था। 35. इसके कोई तर्क पूर्ण कारण सामने नहीं आये की पुरुष इतना शाक्तिशाली और देव तुल्य कैसे हो गया. 36. मैंने उनसे पूछा-किस समय उन्होंने इस देव तुल्य परम योगी को देखा? उन्होंने कहा-शाम का समय था। 37. उन्होंने कर्मयोग की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि कर्म योग से ही मानव देव तुल्य बन जाता है। 38. जाहिर है जो स्थान या वस्तु देव तुल्य बना दी जाए, उसे कोई भी कैसे नुकसान पँहुचा सकता है। 39. स्त्रियां पति को ही देव तुल्य मान उन्हीं की आराधना करती थी इसीलिए उन्हें पतिव्रता नारी की उपाधि दी गई थी। 40. हमारी संस्कृति में माता-पिता व गुरु को विशेष श्रद्धा व आदर दिया जाता है, उन्हें देव तुल्य माना जाता है।