31. बारात की जान थी नवाब की नटनी गुलाबजान; जो अलग अपना डेरा लाई थी। 32. उसने बताया कि वह नटनी का बारा नदी में मछलियों को चुग्गा डालने गया था। 33. PMदिन भर एक रस्सी के ऊपरचलती नटनी -जैसी माँ ||सार्थक प्रस्तुति...!!वंदे मातरम....!! 34. बारात की जान थी नवाब की नटनी गुलाबजान ; जो अलग अपना डेरा लाई थी। 35. नटनी और इस युवक के बीच चंद शब्द इसे एक अनमोल कहानी में बदल देते हैं।36. नटनी और इस युवक के बीच चंद शब्द इसे एक अनमोल कहानी में बदल देते हैं।37. इसी कथावस्तु को विभा रानी ने एकल नाट्य प्रस्तुति ‘ नौरंगी नटनी ' नाम से की। 38. मालाखेड़ा-!-मालाखेड़ा से नटनी का बारां के बीच सड़क दुर्घटना में एक महिला की मौत हो गई। 39. गिरह-बाज नटनी का जाया, चलती बेर कबूतर खाया, पीवे दारु, खाय जो मांस, रोग-दोष को लावे फाँस। 40. इसी राजा की नगरी में एक बार एक नट और नटनी अपनी कला दिखाने के लिए आ गये।