31. बाइबल नीति वचन के 18 अध्याय के 24 पद में हमें मित्रता के विषय में बताता है, 32. आजकल आप किसी दुकान में या कार्यालय में नीति वचन के रूप में लिख़ा देख सकते हैं. 33. कुछ अच्छे पोस्टर या महापुरुषों द्वारा कहे गए नीति वचन अध्ययन कक्ष के वातावरण को बेहतर बनाते हैं। 34. नीति वचन 3: 5 तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरना संपूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना.35. जैसा नीति वचन 15 के 22 पद में और याकूब के 5 अध्याय के 16 पद में लिखा है। 36. फिर बाइबल में एक आशीष भरी दृष्टि के विषय में भी नीति वचन 22 के 9 पद में लिखा है, 37. नीति वचन 28: 5 बुरे लोग न्याय को नहीं समझ सकते: परंतु यहोवा को ढूँढ़नेवाले सब सब कुछ समझ सकते हैं.38. शेष भी कह ही देना था:) आपकी प्रतिक्रिया सारगर्भित और नेताओं के हवाले से, नीति वचन युक्त है! 39. 2. नीति वचन 20:29 में लिखा है, “जवानों का गौरव उनका बल है पर बूढ़ों की शोभा उनके पक्के बाल हैं। 40. तब उसके सामने नीति वचन 27 अध्याय का 15 पद खुल गया और उस पद ने उसे एक बात समझा दी।