31. पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण सीमा से बाहर निकलने के लिए ज़रूरी इस वेग को पलायन वेग कहते हैं। 32. पूरी तरह समत्व और मित्रभाव से ओतप्रोत चेतना में ही मुक्ति का पलायन वेग आ पाता है। 33. पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण सीमा से बाहर निकलने के लिए ज़रूरी इस वेग को पलायन वेग कहते हैं। 34. ये पलायन वेग उस पिंड के आकार, घनत्व या यूं कहें कि गुरुत्वीय बल पर निर्भर करता है। 35. इसरो की योजना पृथ्वी की गुरुत्वीय क्षमता का भरपूर इस्तेमाल करके मंगलयान को पलायन वेग देने की है। 36. किसी गोलाकार वस्तु के लिए, पलायन वेग इस नियम से पाया जा सकता है-:, जहाँ V 37. ये पलायन वेग उस पिंड के आकार, घनत्व या यूं कहें कि गुरुत्वीय बल पर निर्भर करता है। 38. की गति पलायन वेग से अधिक थी और वह पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षक जकड़ तोड़कर अंतरिक्ष में निकल जाती है 39. अगर सूरज की ही सतह से चलें तो पलायन वेग ६ १ ७. ५ किलोमीटर प्रति सेकेण्ड है। 40. अगर पृथ्वी से चलें तो सूरज के गुरुत्वाकर्षक क्षेत्र से निकलने के लिए पलायन वेग 42. 1 किलोमीटर प्रति सैकिंड है।