31. हे शिक्षक जागो! हर बच्चा एक चंचल कन्हैया है, खूबसूरत सपनों की सुगन्धित पुरवैया है। 32. शह्र के वातानुकूलन में नहीं ' राही' मगर मंद पुरवैया झुलाती है अभी तक गॉंव में। 33. चुपके शब्द से मुझे ये गाना याद आ रहा है चुपके चुपके चल दी पुरवैया ........ 34. आसमान से उमस भरे बादल छंट गए हों और सुहानी पुरवैया चल पड़ी हो... 35. उसी की नैया, वही खिवैया, बह रही उस की लहरैया, चाहे लाख चले पुरवैया रे.. 36. अर्थात् यदि सावन महीने में पुरवैया हवा बह रही हो तो अकाल पड़ने की संभावना है। 37. प्राण बच भी सकते हैं, पर इन काली काली घटा और पुरवैया के झोंवे तथा पानी 38. इन दईमारों का कूकना और पुरवैया का झकोर कर चलना यह दो बात बड़ी कठिन है। 39. -वसंत-जंगल में महक उठी आज पुरवैया , मनवा में चहक उठी सोन चिरैया. 40. शह्र के वातानुकूलन में नहीं ' राही ' मगर मंद पुरवैया झुलाती है अभी तक गॉंव में।