31. अन्य बुद्धाकृतियाँ भी अच्छी स्थिति में नहीं हैं. पद्मासीन बुद्धों का प्रभामण्डल अण्डाकार है. 32. अपने ही निर्मित प्रभामण्डल में जीती है और परिधि में गोल-गोल चर काटती है। 33. इस मुद्रा के पृष्ठ भाग पर प्रभामण्डल युक्त लक्ष्मी, कालीन पर खड़ी हैं। 34. प्रभामण्डल , उष्णीश, छत्रावलि, विद्याधर आदि वस्तुएं दोनों में पायी जाती है।35. बुद्ध प्रभामण्डल अलंकृत है, दोनों और माल्य लिये गंधर्व आकृतियांहवा में तैरते हुए चित्रित हैं. 36. इस तरह के वाक्यों का हुजूम टीटी के प्रभामण्डल के चारों ओर मंडरा रहा था। 37. देव आकृतियों में प्रभामण्डल किञ्चित् अण्डाकार, तथा उदरभाग वक्ष की तुलना में हल्का दिखाया गया है. 38. प्रभामण्डल अलंकृत है एवं दो बुद्धों के मध्य से पद्नपुष्पादि से सुशोभित वल्लरी भी द्रष्टव्य है.39. उनके पैर पद्मपादपीठ पर अवलम्बित हैं. आकृति का बांया स्कन्ध चीवरयुक्त है एवं प्रभामण्डल अण्डाकार है. 40. इसके प्रभामण्डल में नौ-दस छोटी मूर्तियां है जिन्हें दस महाविद्या अथवा नव दुर्गा कहा जाता है।