31. अल्फाल्फा ठंडी के मौसम का एक बारहमासी फलीदार पौधा है, जो कि अपनी विविधता और जलवायु के आधार पर बीस वर्ष से भी अधिक जीवित रह सकता है. 32. इसके अलावा हरा चना (छोलिया) फलीदार फसल होने के कारण वातावरण की नाइट्रोजन का भूमि में स्थिरीकरण कर जमीन को उपजाऊ बनाने में भी सहायक है। 33. -दूसरे हैं प्रोटीन युक्त पदार्थ जो शरीर को बनाते हैं तथा उनकी क्षतिपूर्ती करते हैं जैसे-दूध, फलीदार अनाज, दालें, गिरीवाले फल, सोयाबीन आदि। 34. इनमें से फलीदार पौधे जो हवा से नाइट्रोजन निकालते और इसे मिट्टी में बांधते है और अनाज, जौ, सेम तथा खजूर जैसे भोजन फसलें/पेड़ सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं. 35. फलीदार अन्न या मक्का में १०० ग्राम से ३०० ग्राम तक प्रति क्विंटल नीम तेल का मिश्रण बिना किसी हानि के १३५ दिन तक प्रभावकारी पाया गया है।36. इनमें से फलीदार पौधे जो हवा से नाइट्रोजन निकालते और इसे मिट्टी में बांधते है और अनाज, जौ, सेम तथा खजूर जैसे भोजन फसलें/पेड़ सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं. 37. अल्फाल्फा ठंडी के मौसम का एक बारहमासी फलीदार पौधा है, जो कि अपनी विविधता और जलवायु के आधार पर बीस वर्ष से भी अधिक जीवित रह सकता है. 38. सही समय पर फलीदार पौधे की खड़ी फसल को मिट्टी में ट्रेक्टर से हल चला कर दबा देने से जो खाद बनती है उसको हरी खाद कहते हैं । 39. आयरन की कमी को पूरा करने के लिए साबुत अनाज का आटा जैसे गेहूं चावल आदि, हरी पत्तेदार सब्जियां फलीदार सब्जियां, सूखे मेवे का सेवन किया जा सकता है। 40. बीन्स (फलीदार सब्जियां) नट्स (अखरोट जैसे काश्ठय मेवे, हार्ड शेल नट्स), फलियों के बीज और अंडे, स्ट्रा-बेरीज जिंक के अन्य स्रोत हैं.