31. पूजा करने के बाद उसने दूध से भरा मिट्टी का सकोरा वहाँ रख दिया और बाँबी को प्रणाम करके लौट आई। 32. नागराजा अपने उपवास के दिन बाँबी पर बिताकर हर महीने कृष्ण पक्ष के प्रथमा के दिन अपने घर लौट जाते थे। 33. तपस्या करते-करते, समाधिस्थ होने के कारण उन्हें भान हीं नहीं रहा कि सारा शरीर दीमक के द्वारा बाँबी बना दिया गया। 34. उस रास्ते से जानेवाले लोग बाँबी से लिपटे नाग को देवता मानकर फूल और चन्दन के साथ उनकी पूजा करने लगे। 35. इसमें गीत ज्यादा थे शायद सात-आठ और रोमांटिक गीतों में युगल स्वर थे चन्द्राणी मुखर्जी और शैलेन्द्र सिंह (बाँबी फेम) के। 36. एक बार ध्यान में बैठे हुए वरुण-पुत्र के शरीर को दीमकों ने अपना ढूह (बाँबी ) बनाकर ढक लिया था। 37. कई वर्षों तक कठोर तप के बाद उनके पूरे शरीर पर चींटियों ने बाँबी बना ली जिस कारण उनका नाम वाल्मीकि पड़ा। 38. कई वर्षों तक कठोर तप के बाद उनके पूरे शरीर पर चींटियों ने बाँबी बना ली जिस कारण उनका नाम वाल्मीकि पड़ा। 39. वह बाँबी में बैठा हुआ साँप कहीं बाहर न निकल आये, इसके पहिले ही वह वहाँ से भाग जाना चाहती थी। 40. उनके विषय में पण्डितों ने प्रवाद फैला दिया कि वे वाल्मीकि (दीमक या चीटियों की बाँबी ) से उत्पन्न हुए थे।