31. दो बाहम दुश्मन ग्रह साथी दीवार वाले घर में बैठे हुए जुदा जुदा ही रहा करते हैं। 32. वह एक जनम था कि जिसमें हम-तुम बाहम दोस्त थे और तरह-तरह के हममें-तुममें मुआमलात-ए-महर-ओ-मुहब्बत दरपेश आए। 33. हर तीसरे घर के ग्रह यानि 1, 3 कभी बाहम (आपस में) नहीं मिल सकते । 34. सूरज और सनीचर जो बाहम दुश्मन हैं अगर इकट्ठे बैठे हों तो टेवे वाले पर बुरा असर नही होता । 35. वह न दीन की मुख़ालिफ़त करते हैं न उस के बारे में बाहम इख़तिलाफ़ (परस्पर विरोध) रखते हैं। 36. ق+ر+ا+ء+ن=قراءـن आँख मिलते ही बाहम छा गई-दाग़ आँख मिलते ही बाहम छा गई हैरानियाँ, आईने की शक्ल याँ,आलम वहाँ तस्वीर का। 37. ق+ر+ا+ء+ن=قراءـن आँख मिलते ही बाहम छा गई-दाग़ आँख मिलते ही बाहम छा गई हैरानियाँ, आईने की शक्ल याँ,आलम वहाँ तस्वीर का। 38. आदगिये हज की तमाम सूरतों में खास मुसाबात रखी गई है, ताकि हज पर जाने वाले आजमीने हज में बाहम यकसानी रुनमा हो। 39. ऐसी हालत में बुध या शुक्र के बाहम पहले या बाद के घराें में होने पर बुध के जाति असर की बुराई की शर्त न होगी। 40. एक क़ौम यही मेरे इमाम और सरदार हैं जिन के असमा बाहम ऐसे मिले हुए हैं जिन में से किसी एक को भी छोड़ा नह जा सकता।