31. क्योंकि यह बिलीरूबिन घुलनशील नहीं होता है, तथापि, यह रक्त के माध्यम से सीरम अन्न्सार (albumin) तक पहुंचाया जाता है. 32. यह संयुग्मित बिलीरूबिन यकृत से स्रावित होकर पित्त के हिस्से के रूप में पित्तनली और मूत्राशयिक नालियों में पहुंचता है. 33. पीलिया में बिलीरूबिन का स्तर बढ़ने से रंग बदलने वाले प्रथम ऊतकों में से एक है आंखों की श्लेष्मल झिल्ली. 34. पीलिया हैपेटाइटिस संक्रमण में होती है क्योंकि जिगर रक्त से बिलीरूबिन पदार्थ बुलाया को दूर करने में असमर्थ हो जाता है. 35. १ ९९ ६ में ऐसा जौंडिस [Jaundice] इतना फैला था की लोगों का बिलीरूबिन लेवल २ ० तक पहुँच गया। 36. नवजात शिशुओं, उच्च रक्त में बिलीरूबिन के स्तर, अगर अनुपचारित छोड़ दिया, कुछ क्षेत्रों में मस्तिष्क क्षति के लिए नेतृत्व कर सकते हैं. 37. इस कारण यह कण टूटना या नष्ट हो जाना शुरू हो जाता है तथा बिलीरूबिन के रूप में त्वचा के नीचे इकट्ठा हो जाते हैं। 38. पीलिया में बिलीरूबिन के पीले रंग के कणों को रक्त में से निकालने में नीले रंग का प्रकाश ही सबसे अधिक प्रभाव कारी क्यों है। 39. इस प्रकार से बिलीरूबिन मल के द्वारा बच्चे के शरीर से बाहर निकल जाता है और बच्चा जल्द ही पीलिया रोग से मुक्त हो जाता है। 40. दूसरी ओर उसके प्लेटलेट काउंट कम हुए हैं, जबकि आयरन के पाचन से बनने वाले पीले रंग का बिलीरूबिन कल के मुकाबले बढ़कर 5.9 हो गया है।