31. अकेले आंध्र प्रदेश के अल कबीर में बूचड़ खानों में रोज की 10000 से ज्यादा गायंे काट दी जाती हैं। 32. गाजियाबाद के एक बूचड़ खाने का नाम अरिहन्त भगवान के नाम पर रखे जाने से जैन समाज में जबर्दस्त आक्रोश है। 33. जैसे हुगली के गंदे किनारे बैठे बूचड़ जिंदा कछुए के नरम अंगों को काट-काट कर तराजू पर तौलते हैं, वैसे ही... 34. कुछ उदाहरण देखिए: इस सरकार के पास पशु क्रूरता निरोधक अधिनियम है और यही सरकार बूचड़ खाने खोलने की परमिशन भी देती है. 35. स्मिथ ने कहा, “ 1960 के दशक में लोग बूचड़ के पास जाते थे और उससे पूछते थे कि मांस कितना ताज़ा है. 36. इस घटना के सम्बन्ध में एक किवंदन्ती भी चली आ रही है कि 1857 के समय सीकरी, लालकुर्ती मेरठ बूचड़ वालों की जमींदारी में आता था। 37. जैसा मैंने बताया, एक दिन बूचड़ खाने की गन्दगी साफ़ करते तुम्हारे पूर्वजों ने देख लिया था तभी से मुझे खून पे खून पिलाए जा रहे हैं। 38. ' तो दूसरी झट से तनकर खड़ी हो गयी,' तुम क्या समझती हो मैं फालतू हूँ ओर मेरीइन्तजार किसी बूचड़ को नही? मैं हरगिज तुम्हारे से पहले जाना चाहती हूँ. 39. आप गाय को माता मानते थे और अब हम खुद को गाय के भाग्य विधाता मानते है, गाय की किस्मत हमारे हाथो बूचड़ खाने में लिखी जाती है। 40. आप गाय को माता मानते थे और अब हम खुद को गाय के भाग्य विधाता मानते है, गाय की किस्मत हमारे हाथो बूचड़ खाने में लिखी जाती है।