31. समझ में न आने वाले धार्मिक और भक्तिपरक प्रत्यय मानस में जरूर हैं. 32. वहीं धार्मिक संस्कारों के कारण भक्तिपरक रचनाएँ करने से आत्म लाभ होता था. 33. इस शैली में 18वीं सदी में देवी देवताओं से संबद्ध अनेक भक्तिपरक स्तुतिगीत लिखे गए। 34. इस शैली में 18वीं सदी में देवी देवताओं से संबद्ध अनेक भक्तिपरक स्तुतिगीत लिखे गए। 35. इस शैली में 18 वीं सदी में देवी देवताओं से संबद्ध अनेक भक्तिपरक स्तुतिगीत लिखे गए। 36. ७वीं से ९वीं शदी के बीच में विरचित भागवतपुराण में श्रीकृष्ण की लीलाओं का भक्तिपरक प्रतिपादन है. 37. रस: संत काव्य में भक्तिपरक उक्तियों में मुख्यत: शांत रस का प्रयोग हुआ है । 38. इस स्तम्भ के अर्न्तगत भारतीय लोक साहित्य अभिन्न अंग भक्तिपरक गीति रचनाएँ प्रस्तुत की जा रही हैं। 39. रामकथा के करुण, भक्तिपरक श्रृंगार तथा अन्य किसी रस पर कवि की दृष्टि अधिक नहीं थमती। 40. इस अवसर पर स्थानीय देवी-देवताओं का आह्वान करने के लिये भक्तिपरक गीत एवं जग्गर गान होता है।