31. मेरी स्नेहशील पतिपरायण पत्नी की करुण पुण्यछवि उज्ज्वल नक्षत्र की तरह मेरी आँखों के आगे स्पष्ट भासमान होने लगी। 32. माता गायत्री के ऐक्य से ही उस भासमान से वह भस्म त्रिपुण्ड की विभूति कही जाती है॥ 9 ॥ 33. दूसरे व्यक्ति पर नेतृत्व करने की इच्छा सदैव उनके शब्दों की मूर्खता के नीचे छुपी हुई भासमान होती है. 34. युद्ध क्षेत्र में देवी का रौद्र रूप देखते ही बनता था आकाश में सूर्य का अकलंक तेज चारों तरफ भासमान था। 35. ब्रह्मद्वैतवादी वेदांत सिद्धांत के अनुसार संसार की प्रत्येक वस्तु में जो ' सत्व' सदंश भासमान होता है, जैसे-घट है, पट है इत्यादि। 36. वह सूक्ष्म से भी सूक्ष्मतर भासमान होता है तथा दूर से भी दूर और इस शरीर में अत्यन्त समीप भी है. 37. जो कुछ भी इस सृष्टि में भासमान है वह हमारे लिए सहज होता है, जो कुछ भी दुर्बोध है वह ज्ञेय बनता है। 38. त्रिपाठी जी आचार्य द्विवेदी को तमाम अंधेरों से निकाल कर उनके भीतर के उस ‘सहज सौंदर्य ' को भासमान करते हैं जो अलक्षित रहा है। 39. जो कुछ भी इस सृष्टि में भासमान है वह हमारे लिए सहज होता है, जो कुछ भी दुर्बोध है वह ज्ञेय बनता है। 40. ब्रह्मद्वैतवादी वेदांत सिद्धांत के अनुसार संसार की प्रत्येक वस्तु में जो ' सत्व ' सदंश भासमान होता है, जैसे-घट है, पट है इत्यादि।