31. उमा के पिता ने रमेश के पिताजी को एक लाख रूपये नकद एवं अन्य भौतिक सुख-सुविधा का सामान दिया था। 32. वह कसाब कभी कबाब खाने की माँग रखा है तो कभी कुछ और भौतिक सुख-सुविधा की बात करता है । 33. इससे ये पता चलता है कि आज आदमी में आगे बढ़ने और भौतिक सुख-सुविधा जुटाने की कितनी जल् दी है। 34. उमा के पिता ने रमेश के पिताजी को एक लाख रूपये नकद एवं अन्य भौतिक सुख-सुविधा का सामान दिया था। 35. आज तेज रफ्तार की जिंदगी में शांति के लिए भौतिक सुख-सुविधा जैसे घर, भोजन, वस्त्र को ही अक्सर अहम मान लिया जाता है। 36. जीवन मानव सभ्यता की सबसे बड़ी पहेली बनकर रह गयी है. आज मानव के पास भौतिक सुख-सुविधा की हर वस्तु मौजूद है. 37. फलतः हर देश अमेरिका की तरह भौतिक सुख-सुविधा के साधनों से संपन्न होने की चाहत के साथ विकसित होने में लगा है । 38. मनुष्यों ने अपने विकास, जो मात्र भौतिक सुख-सुविधा के विकास हैं, के क्रम में अपने पूरक तत्त्वों और घटकों को भुला दिया है। 39. उसके बाद दुहराव का अन्तहीन सिलसिला था, जो काम के सन्तोष से ज़्यादा भौतिक सुख-सुविधा का जीवन जी पाने के अवसर ही जुटा सकता था। 40. मनुष्यों ने अपने विकास, जो मात्र भौतिक सुख-सुविधा के विकास हैं, के क्रम में अपने पूरक तत्त्वों और घटकों को भुला दिया है।