31. पौधार का मिश्रित वन क्षेत्र धधका अल्मोड़ा: वृद्ध जागेश्वर के बाद अब पौधार का मिश्रित वन क्षेत्र धधक उठा है। 32. सरकारी आँकड़े कुछ भी कहें, लेकिन पिछले सालों में पूरे उत्तराखण्ड राज्य में एक भी बड़ा मिश्रित वन विकसित नहीं हुआ होगा। 33. राज्य बनने के बाद जहाँ वनों की सघनता लगातार कम हो रही है, वहीं मिश्रित वन भी लगातार घट रहे हैं। 34. सरकारी आँकड़े कुछ भी कहें, लेकिन पिछले सालों में पूरे उत्तराखण्ड राज्य में एक भी बड़ा मिश्रित वन विकसित नहीं हुआ होगा। 35. ;नम मिश्रित वन इस प्रकार के वन घाटियों के निचले भागों और बड़ी नदियों के मोड़ों के पासवाले समतल इलाकों में मिलते हैं। 36. पश्चिम घाट के पूर्व की ओर तथा उत्तरी एवं मध्यवर्ती ज़िलों की पहाड़ियों की वनस्पतियों में सदाबहार व पर्णपाती वृक्षों के मिश्रित वन हैं; 37. पार्क के 24 प्रतिशत भाग में साल वन, 66 प्रतिशत भाग में मिश्रित वन तथा 9 प्रतिशत भाग में घास के मैदान है। 38. देवदार, फर, साइप्रेस, टीक, खैर, शीशम, यूकेलिप्टस के वनों के अलावा 6,14,361 हेक्टेयर क्षेत्र में मिश्रित वन है। 39. डॉ. रावत की सिफारिश है कि पर्वत के शिखर से ढलान की तरफ 1000 से 1500 मीटर तक सघन रूप से मिश्रित वन होने चाहिए। 40. पश्चिम घाट के पूर्व की ओर तथा उत्तरी एवं मध्यवर्ती ज़िलों की पहाड़ियों की वनस्पतियों में सदाबहार व पर्णपाती वृक्षों के मिश्रित वन हैं ;