31. हमारे देश के अनेक महापुरुष कह चुके हैं कि जीवन अपने आप में एक मृग तृष्णा है । 32. हमारे देश के अनेक महापुरुष कह चुके हैं कि जीवन अपने आप में एक मृग तृष्णा है । 33. भटकती मृग तृष्णा , भटकता जहान, बोलता वीराना, सुनते मकान, फैली भयावहता, कांपा श्मशान । 34. कोई भी शांति जो आपको सत्य से दूर ले जाए, एक भ्रम मात्र है, महज़ एक मृग तृष्णा है. 35. विजय श्री एक मृग तृष्णा है, बुझ कर भी जो बुझे नहीं ले टटोल अंतर्मन अपना, छुपी मिलेगी तुझे वहीँ 36. सुकेश साहनी ने पैसे की मृग तृष्णा को ‘काला घोड़ा ' लघुकथा में बहुत ही कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया है । 37. जैसे सूर्य की धूप से मृग तृष्णा की नदी भासती है तैसे ही चित्तकलना के फुरने से जगत् भासता है । 38. मगर जाते समय पता चला कि कुछ देखा ही नहीं...जो देखा था वह तो सिर्फ एक मृग तृष्णा भर है... 39. सुकेश साहनी ने पैसे की मृग तृष्णा को ' काला घोड़ा' लघुकथा में बहुत ही कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया है । 40. ट्रक वालों का जो ढाबा मृग तृष्णा सा पास नजर तो आ रहा था एक सवा किमी. पीछे रह गया था।