31. हमास ने युद्ध-विराम को आगे जारी रखने को व्यर्थ बताया क्योंकि इस्राइल की ओर से कोई सार्थक युद्ध-विराम नहीं था. 32. अय्युबिदों और धर्मयोद्धाओं के बीच हुए दस वर्षों के युद्ध-विराम के बदले सन 1229 में पवित्र रोमन सम्राट फ्रेडरिक द्वितीय ( 33. किसी भी प्रकार का युद्ध-विराम करने का उचित अवसर और उसकी शर्ते ठहराने का काम तो उस आंदोलन के अगुआओं का है. 34. ताकि इस मामले का निपटारा किया जा सके और हम फिर से युद्ध-विराम की शर्तों के सम्मान की बात कर सकें ” 35. किसी भी प्रकार का युद्ध-विराम करने का उचित अवसर और उसकी शर्ते ठहराने का काम तो उस आंदोलन के अगुआओं का है. 36. इस विचार के साथ ही समझौते और युद्ध-विराम की शक्यता की कल्पना की जा सकती और उसका औचित्य सिद्ध हो सकता है. 37. इस विचार के साथ ही समझौते और युद्ध-विराम की शक्यता की कल्पना की जा सकती और उसका औचित्य सिद्ध हो सकता है. 38. युद्ध-विराम के बाद दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए शास्त्रीजी ने कहा, `` मैं हिंदू हूँ।39. किसी भी प्रकार का युद्ध-विराम करने का उचित अवसर और उसकी शर्ते ठहराने का काम तो उस आंदोलन के अगुआओं का है. 40. “हमें हथियार रखने का अधिकार है पर हम इसकी ज़िम्मेदारी लेते हैं कि जब तक युद्ध-विराम चल रहा है, हम शांति बनाए रखेंगे.”