31. पहली क्रिया द्वन्द्वात्मकता कि ओर ले जाती है और दूसरी स्वांतर्ग्रथित सरंचनावाद, कलावाद अथवा रूपवाद की ओर। 32. रूसी रूपवाद से जुड़े चिंतक थे विक्टर श्क्लोव्स्की, जिन्होंने ' कला बतौर तकनीक ' की धारणा पेश की। 33. कहते तो हैं कि प्रखर मार्क्सवादी समीक्षक हैं पर जनवाद की आड़ में पर रूपवाद का पक्ष लेते हैं। 34. अन्य आलोचना स्कूलों जैसे संरचनावाद, रूपवाद , अस्तित्ववाद, उत्तर संरचनावाद आदि के तो हमारे यहां दर्शन दुर्लभ हैं। 35. इससे फिर प्रकट होता है कि इस तर्क पद्धति पर हिंदी की प्रगतिशीलता वर्सेज़ रूपवाद / कलावाद वाले समीकरणों का दबाव है.. 36. बाद में जनवाद और रूपवाद जैसे कुछ शब्द भले ही इस्तेमाल हुए, मगर अब साहित्यिक सरोकारों की अहमियत बढ़ चली। 37. मेरे विचार के सही आशय को जानने के लिये आप इस लिंक को क्लिक कर सकते हैं-रूपवाद और हिंदी कविता-सुशील कुमार 38. रसवाद बनाम अलंकारवाद, क़थ्यवादबनाम शिल्पवाद, जनवाद बनाम रूपवाद की बहसो के जरिये वही विषय--सभ्यताकेविकास के साथ--अपनारूप बदलता हुआ सामने आया है. 39. इससे फिर प्रकट होता है कि इस तर्क पद्धति पर हिंदी की प्रगतिशीलता वर्सेज़ रूपवाद / कलावाद वाले समीकरणों का दबाव है.. 40. उनका अपना सौंदर्य बोध है जो एक ओर स्थूल राजनीतिक नारेबाजी से अलग है तो दूसरी ओर जिसे रूपवाद आराम से निगल नहीं सकता।