31. लक्ष्यार्थ कहा जाय कि ' जीकर पतंग क्यों कष्ट भोगें?' तो कोई वैचित्र्य या32. होना या तिरोहित होना कह दिया जिसका लक्ष्यार्थ हुआ जगत् के फैले हुए 33. ' वह गाँव पानी में बसा है' में शीतत्व और आर्द्रत्व को लक्ष्यार्थ माना जाय 34. इन तीनों शब्दों से वाच्यार्थ, लक्ष्यार्थ एवं व्यंग्यार्थ को क्रमश: उत्पन्न किया जाता है। 35. लक्ष्यार्थ हैं बृह्म निष्ठ महात्मा तीनों लोकों मे समान भाव से गति करते हैं36. था, इसका लक्ष्यार्थ यह था कि उस अहिंसक के लिए जो मानव जाति के भ्रातृत्व 37. रहम प्रणव का वाच्यार्थ सर्वाधिष्ठान, सर्वप्रकाशक, सगुण, सर्वशक्ति, सर्वरहित ब्रहम प्रणव का लक्ष्यार्थ है। 38. वास्तव में, अंडरटेकिंग के लक्ष्यार्थ नकारात्मक हो गए हैं, क्योंकि अंडरटेकरों की प्रतिष्ठा खराब है. 39. फिर यह कैसे कहा जा सकता है कि लक्ष्यार्थ का शब्द या पद से प्रत्यक्ष 40. एक एक शब्द के लक्ष्यार्थ और व्यंग्यार्थ की क्या-क्या बारीकी निकालते रहते हैं ।