31. आज इस परंपरा को जीवित बनाए रखने की आवश्यकता है जो लोक समाज के लिए वर्तमान में भी प्रासंगिक है। 32. बटरोही ने लोक समाज के सम्बन्ध को रेखांकित किया और कहा कि परम्परागत समाज में लोक समाज पृथक नहीं था। 33. बटरोही ने लोक समाज के सम्बन्ध को रेखांकित किया और कहा कि परम्परागत समाज में लोक समाज पृथक नहीं था। 34. लोकनाट्य ग्रामीण लोक समाज के मध्य उत्पन्न, ग्रामीण कलाकारों द्वारा अभिनित तथा ग्रामीण जनगण के निकट प्रस्तुत अभिनय कला है। 35. लोकनाट्य ग्रामीण लोक समाज के मध्य उत्पन्न, ग्रामीण कलाकारों द्वारा अभिनित तथा ग्रामीण जनगण के निकट प्रस्तुत अभिनय कला है। 36. और जब यह पर्व लोक समाज में इतने गहरे तक पैठा हो तो स्वाभाविक है कि इसके गीत भी निरर्थक तो होंगे नहीं। 37. और जब यह पर्व लोक समाज में इतने गहरे तक पैठा हो तो स्वाभाविक है कि इसके गीत भी निरर्थक तो होंगे नहीं। 38. और जब यह पर्व लोक समाज में इतने गहरे तक पैठा हो तो स्वाभाविक है कि इसके गीत भी निरर्थक तो होंगे नहीं। 39. पौराणिक युग में अवतारवाद की अवधारणा भी की गई. किंन्तु पौराणिक अवतार-~ वाद ने डुग्गर के लोक समाज को विशेष रुप से प्रभावितनहीं किया. 40. लोक समाज वंश वृद्धि, धन धान्य फसलकी सम्पन्नता, सम्पत्ति की रक्षा तथा शारीरिक आधि व्याधि से रक्षा के लिए इनकीपूजा में रत रहा है.