31. किसी स्पीकर के कार्य को एक तुल्य विद्युत परिपथ द्वारा निरुपित किया जा सकता है। 32. एक सरल विद्युत परिपथ जो एक वोल्टेज स्रोत एवं एक प्रतिरोध से मिलकर बना है 33. किसी स्पीकर के कार्य को एक तुल्य विद्युत परिपथ द्वारा निरुपित किया जा सकता है। 34. इसका यह नाम विद्युत परिपथ की आकृति के आधार पर पड़ा है जो कि रोमन अक्षर 35. किसी विद्युत परिपथ में जिस दर से विद्युत उर्जा स्थानान्तरित होती है उसे विद्युत शक्ति ( 36. प्रत्यावर्ती धारा वह धारा है जो किसी विद्युत परिपथ में अपनी दिशा बदलती रहती हैं । 37. इन वेफर्श पर विशिष्टï रसायन या अल्ट्रावायलेट प्रकाश का प्रयोग करके विद्युत परिपथ उकेरे जाते हैं। 38. वैद्युत प्रौद्योगिकी में-विद्युत परिपथ में बहने वाली धारा और वोल्टता आदि की गणना में 39. प्रत्यावर्ती धारा वह धारा है जो किसी विद्युत परिपथ में अपनी दिशा बदलती रहती हैं । 40. स्विच या कुंजी उस यांत्रिक युक्ति को कहते हैं जो किसी विद्युत परिपथ को इच्छानुसार जोडने (