31. -उत्तर-औद्योगिक युग की विकेन्द्रित मूल्यहीन व्यवहारवादी , पॉप-संस्कृतियों को आधार बनाकर लिखने वाले उपन्यासकार। 32. इस सूची मेंकहा गया है कि व्यवहारवादी किन तथ्यों को मानते हैं तथा किन तथ्यों कोनहीं. 33. गोस्वामी, ” हालाँकि यह एक व्यवहारवादी का अतिवादी बयान ही कहा जा सकता है.. 34. ये दल सत्ता के व्यवहारवादी तकाजे के चलते माकपा के तर्कों को भुनभुनाते हुए मानते रहे। 35. व्यवहारवादी के लिए किसी वस्तु का मूल्य उसकी जीवन में उपयोगिता से तय होता है.36. व्यवहारवादी दृश्यमान जगत से परे किसी भी सत्ता की उपस्थिति को पूरी तरह नकारते हैं.37. भौतिकवादी विचारकों की भांति व्यवहारवादी दार्शनिक भी इस सृष्टि को वास्तविक और सत्य मानते हैं. 38. उसके बाद शास्त्रों का नाम दिया-आवर्तनशील अर्थशास्त्र, व्यवहारवादी समाजशास्त्र, मानव संचेत्नावादी मनोविज्ञान। 39. बहुत ही स्पष्टतापूर्वक तार्किक पद्धति से इन कृतियों में व्यवहारवादी राजनीतिक आदर्शो का विवेचन किया गया है। 40. उसके मनोवैज्ञानिक एवं व्यवहारवादी विचारों को लेकर लैंग, सिमेल और वाइहिंगर ने अपने मतों का विकास किया।