31. उदरविपाटन करके स्त्रियों की डिंबग्रंथियों के अर्बुद निकालने के शल्यकर्म (सर्जरी) को डिंबग्रंथिच्छेदन ( 32. इंग्लैंड में पहले शल्यकर्म हज्जाम या नापित के व्यवसाय के साथ मिला हुआ था। 33. इंग्लैंड में पहले शल्यकर्म हज्जाम या नापित के व्यवसाय के साथ मिला हुआ था। 34. इंग्लैंड में पहले शल्यकर्म हज्जाम या नापित के व्यवसाय के साथ मिला हुआ था। 35. में पहली बार प्रयोग हुआ और इसने प्रसव और शल्यकर्म दोनों में बड़ी सहायता दी। 36. जब शिराएँ अधिक विस्तृत हो जाती हैं तो शल्यकर्म द्वारा उनको निकालना आवश्यक होता हैं। 37. शल्यकर्म या प्रसव के पश्चात् होनेवाली आकस्मिक मृत्यु प्राय: इसी प्रकार से हुआ करती है।38. जब शिराएँ अधिक विस्तृत हो जाती हैं तो शल्यकर्म द्वारा उनको निकालना आवश्यक होता हैं। 39. मेरुदंड के रोग अन्य सामान्य राग हैं जिनका उपचार विकलांग शल्यकर्म के अंतर्गत होता है। 40. सामानय निश्चेतना या मूर्च्छा पैदा करने की अपेक्षा स्थानिक निश्चेतना साधारण शल्यकर्म में बड़ी उपयोगी हैं।